चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने प्रदेश में 25,000 से अधिक स्कूल बसों की जांच के दौरान 5,200 बसों को सुरक्षा मानकों के पालन में असुरक्षित पाया। इन बसों के चालान जारी किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूल बसों में फिटनेस, सुरक्षा उपकरण, वैध दस्तावेज या अन्य आवश्यक मानकों की कमी हो, उन्हें तुरंत इंपाउंड किया जाए।
3 से 10 नवंबर तक चलाए गए विशेष अभियान में 5,516 स्कूल बसों की जांच की गई, जिनमें 1,003 बसों पर चालान जारी किए गए। इस दौरान चार असुरक्षित बसों को जब्त भी किया गया। विशेष जांच अभियान मुख्य रूप से गुरुग्राम, सोनीपत, रेवाड़ी, करनाल, कुरुक्षेत्र और चरखी-दादरी जिलों में चलाया गया, जहाँ नियमों की अनदेखी पर तुरंत कार्रवाई की गई।
जनवरी से अक्टूबर 2025 की अवधि में प्रदेशभर में कुल 19,268 स्कूल बसों की जांच की गई और 4,205 चालान जारी किए गए। हरियाणा पुलिस स्कूल बस सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और इसे एक नियमित, सतत और मिशन-स्तरीय गतिविधि के रूप में संचालित कर रही है।
DGP ओपी सिंह ने कहा कि हर स्कूल बस में फायर एक्सटिंग्विशर, फर्स्ट-एड बॉक्स, जीपीएस सिस्टम, आपातकालीन निकास, वैध फिटनेस सर्टिफिकेट और प्रशिक्षित चालक–परिचालक का होना अनिवार्य है। उन्होंने चेताया कि नियमों का पालन न करने पर चालान, इंपाउंडिंग और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा पुलिस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की स्कूल बसों की स्थिति और सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक रहें। किसी भी गड़बड़ी की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने आश्वस्त किया है कि यह अभियान आगे भी और अधिक सख्ती के साथ जारी रहेगा, ताकि प्रदेश की सभी स्कूल बसें सुरक्षित और विश्वसनीय बन सकें।
